GST Registration: क्या आपने कभी सोचा कि GST Registration कैसे काम करता है? या GST Refund कैसे मिलता है? अगर आपका बिज़नेस छोटा है या नया शुरू कर रहे हैं, तो ये सवाल ज़रूरी हैं। खबर का समय आपके लिए लाया है GST की पूरी कहानी GST Registration, बैंक अकाउंट जोड़ने से लेकर MSME Credit तक, सब कुछ सरल भाषा में। चाहे आप दुकानदार हों या नया बिज़नेस शुरू कर रहे हों, ये लेख आपके लिए है। आइए, एक-एक बात समझें!
GST Registration: बिज़नेस की पहली सीढ़ी
GST Registration वो पहला कदम है, जो हर बिज़नेस को टैक्स सिस्टम से जोड़ता है। अगर आपका सालाना टर्नओवर 40 लाख (सामान बेचने वालों के लिए) या 20 लाख (सर्विस देने वालों के लिए) से ज़्यादा है, तो GST Registration ज़रूरी है। उत्तर-पूर्वी राज्यों में ये लिमिट 10 लाख है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन आसान है GST पोर्टल पर जाएँ, अपने बिज़नेस की डिटेल्स, जैसे PAN, आधार, और बिज़नेस का पता, डालें। आपको एक 15-अंकों का GSTIN मिलेगा, जो आपकी टैक्स पहचान होगा। कोई फीस नहीं लगती, लेकिन सही दस्तावेज़ जैसे बैंक स्टेटमेंट या रेंट एग्रीमेंट तैयार रखें। गलत जानकारी दी, तो रजिस्ट्रेशन रद्द हो सकता है।
GST Refund: पैसा वापस कैसे मिले?
कभी ज़्यादा GST जमा कर दिया? GST Refund आपका हक़ है, लेकिन इसके लिए रजिस्ट्रेशन का एक्टिव होना ज़रूरी है। दिल्ली हाई कोर्ट ने साफ कहा अगर आपका GST Registration रद्द है, तो रिफंड नहीं मिलेगा, जब तक रजिस्ट्रेशन बहाल न हो। रिफंड पाने के लिए GST पोर्टल पर Form RFD-01 भरें। ये तब मिलता है, जब आपका इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) आपके टैक्स से ज़्यादा हो। मगर ध्यान दें, अगर रजिस्ट्रेशन रद्द है, तो पहले उसे ठीक करना होगा। सही दस्तावेज़ और समय पर अप्लाई करना ज़रूरी है, वरना रिफंड अटक सकता है।
GST Registration रद्द होने का डर
क्या आपका GST Registration रद्द हो सकता है? हाँ, अगर आपने 6 महीने तक रिटर्न नहीं भरा, बिना सप्लाई के इनवॉइस बनाया, या टैक्स चोरी की, तो टैक्स ऑफिसर Suo Moto Cancellation शुरू कर सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में एक केस में कहा अगर आपने 17 महीने तक अपील नहीं की, तो रजिस्ट्रेशन रद्द रहेगा। रद्द होने से बचने के लिए समय पर रिटर्न भरें और नियम फॉलो करें। अगर रजिस्ट्रेशन रद्द हो गया, तो Form GST REG-21 में 30 दिन के अंदर रिवोकेशन के लिए अप्लाई करें। बकाया टैक्स, ब्याज, और पेनल्टी चुकानी होगी।
GST पोर्टल में बैंक अकाउंट कैसे जोड़ें?
GST पोर्टल में बैंक अकाउंट जोड़ना आसान है, और ये रिफंड के लिए ज़रूरी है। लॉग इन करें, ‘Services’ > ‘Registration’ > ‘Amendment of Registration Non-Core Fields’ पर जाएँ। ‘Bank Accounts’ टैब में ‘Add New’ चुनें। अकाउंट नंबर, IFSC कोड, और बैंक स्टेटमेंट या कैंसिल चेक अपलोड करें। इसे डिजिटल सिग्नेचर (DSC) या EVC से वेरिफाई करें। आप 10 बैंक अकाउंट तक जोड़ सकते हैं। सही डिटेल्स डालें, वरना रिफंड अटक सकता है। समय-समय पर ‘Bank Account Status’ चेक करें।
MSME Credit पर GST का असर
GST ने छोटे बिज़नेस (MSME) के लिए क्रेडिट को आसान बनाया है। पहले टैक्स सिस्टम जटिल था, लेकिन GST ने इसे एकसमान किया। MSME के लिए 45 दिन का क्रेडिट पीरियड तय है, जिससे पेमेंट जल्दी मिलता है। छोटे बिज़नेस (5 करोड़ तक टर्नओवर) तिमाही रिटर्न भर सकते हैं, जिससे कैश फ्लो बेहतर होता है। इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) से टैक्स बचत होती है, जिससे MSME को लोन लेने में मदद मिलती है। मगर, अगर सप्लायर समय पर इनवॉइस अपलोड नहीं करता, तो ITC अटक सकता है। MSME Samadhaan जैसे प्लेटफॉर्म देरी से पेमेंट की शिकायत के लिए हैं।
GST को आसान बनाएँ
GST Registration, रिफंड, या बैंक अकाउंट जोड़ना सब कुछ आपके बिज़नेस को सुचारू रखने के लिए है। नियमों का पालन करें, समय पर रिटर्न भरें, और सही जानकारी दें। अगर आपका रजिस्ट्रेशन रद्द हो गया, तो घबराएँ नहीं Form GST REG-21 से बहाल कर सकते हैं। MSME के लिए GST ने क्रेडिट और टैक्स बचत को आसान किया है, लेकिन सही जानकारी और समय का ध्यान रखें।
अस्वीकरण: ये जानकारी GST पोर्टल, ClearTax, और हाल के कोर्ट केस पर आधारित है। टैक्स नियम, रिफंड, और रजिस्ट्रेशन की शर्तें समय और जगह के हिसाब से बदल सकती हैं। कोई कदम उठाने से पहले ऑफिशियल GST पोर्टल या टैक्स सलाहकार से ज़रूर चेक करें।
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